एक दिन माँ अपने बेटे के पास आई और बोली बेटा मैं तुम्हें कुछ बताना चाहती हूँ।
बेटा: हाँ माँ कहो क्या बात है?
माँ: बेटा मेरे जो पति हैं वो तुम्हारे पिता नहीं हैं।
बेटा: यह क्या कह रही हो माँ? होश में तो हो तुम?
माँ: हाँ बेटा मैं सच कह रही हूँ। 23 साल पहले मेरा तुम्हारे पिता से संबंध था लेकिन मज़बूरी के कारण हमारी शादी नहीं हो सकी। वो फ़ोन पर हैं तुमसे बात करना चाहते हैं।
बेटा: नहीं माँ मैं ऐसा नहीं कर सकता। मैं आज तक जिन्हें पिता कहता आ रहा हूँ वही मेरे पिता हैं।
माँ: नाराज़ मत हो बेटा सिर्फ एक बार उनसे बात तो कर लो।
बेटा: ठीक है मगर मैं कुछ कह नहीं सकता कि मैं उन्हें अपना पिता मानूंगा या नहीं। सिर्फ तुम्हारे लिए मैं उनसे बात कर रहा हूँ।
बेटे ने फ़ोन पकड़ा तो दूसरी तरफ से आवाज़ आई। मैं बिल गेट्स बोल रहा हूँ। मैं तुम्हारा असल पिता हूँ।
बेटा: पापा पापा भगवान का लाख-लाख शुक्र है। पापा आप समझ नहीं सकते मैं कितना खुश हूँ आप से बात करके। माँ तुम कितनी अच्छी हो। मैं बहुत खुश हूँ माँ। मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ पापा।
शिक्षा: ना बीवी ना बच्चा ना बाप बड़ा ना भइया;
सब से बड़ा रूपया।
बेटा: हाँ माँ कहो क्या बात है?
माँ: बेटा मेरे जो पति हैं वो तुम्हारे पिता नहीं हैं।
बेटा: यह क्या कह रही हो माँ? होश में तो हो तुम?
माँ: हाँ बेटा मैं सच कह रही हूँ। 23 साल पहले मेरा तुम्हारे पिता से संबंध था लेकिन मज़बूरी के कारण हमारी शादी नहीं हो सकी। वो फ़ोन पर हैं तुमसे बात करना चाहते हैं।
बेटा: नहीं माँ मैं ऐसा नहीं कर सकता। मैं आज तक जिन्हें पिता कहता आ रहा हूँ वही मेरे पिता हैं।
माँ: नाराज़ मत हो बेटा सिर्फ एक बार उनसे बात तो कर लो।
बेटा: ठीक है मगर मैं कुछ कह नहीं सकता कि मैं उन्हें अपना पिता मानूंगा या नहीं। सिर्फ तुम्हारे लिए मैं उनसे बात कर रहा हूँ।
बेटे ने फ़ोन पकड़ा तो दूसरी तरफ से आवाज़ आई। मैं बिल गेट्स बोल रहा हूँ। मैं तुम्हारा असल पिता हूँ।
बेटा: पापा पापा भगवान का लाख-लाख शुक्र है। पापा आप समझ नहीं सकते मैं कितना खुश हूँ आप से बात करके। माँ तुम कितनी अच्छी हो। मैं बहुत खुश हूँ माँ। मैं आपसे बहुत प्यार करता हूँ पापा।
शिक्षा: ना बीवी ना बच्चा ना बाप बड़ा ना भइया;
सब से बड़ा रूपया।
إرسال تعليق