एक बार एक पत्नी अपने पति के बटुए की तलाशी ले रही होती है तो उसे उसमे अपनी तस्वीर मिलती है जिसे देखकर वह बहुत खुश होती है और दौड़ी दौड़ी अपने पति के पास जाती है और उस से कहती है;

पत्नी:जानू मुझे माफ़ कर दो मैंने तुम्हे हमेशा गलत समझा और तुम पर शक किया पर उसके बावजूद तुम मुझे इतना प्यार करते हो!

पत्नी की बात सुन कर पहले तो पति को कुछ समझ नहीं आता परन्तु फिर भी वह कोई सवाल जवाब नहीं करता!

अगले दिन सुबह जब दोनों पति-पत्नी एक साथ नाश्ता कर रहे होते हैं तो पति अपनी पत्नी से पूछता है;

पति: जानू एक बात बताओ कल शाम को तुम्हे क्या हो गया था तुम बड़ा प्यार दिखा रही थी मुझ पर?

पत्नी: दरअसल कल शाम को मैं तुम्हारे पर्स की तलाशी ले रही थी तो मुझे उसमे अपनी तस्वीर मिली जिसे देख कर मुझे एहसास हुआ की तुम मुझे कितना प्यार करते हो!

पत्नी की बात सुन पति हंस कर जवाब देता है;

पति: ओह अरे जान वो तो मैंने तुम्हारी तस्वीर अपने बटुए में इस लिए रखी है ताकि मैं उसे मुसीबत के वक्त देख सकूँ!

पत्नी: ऐसा क्यों? क्या तुम्हे मुसीबत में मेरी तस्वीर देख कर उस परेशानी से लड़ने की हिम्मत मिलती है!

पति: नहीं दरअसल बात यह है की जब भी मैं मुसीबत में होता हूँ तो तुम्हारी तस्वीर देख कर मुझे यह एहसास होता है की जब मैं तुम्हारे जैसी मुसीबत के साथ सारी ज़िन्दगी काट सकता हूँ तो यह मुसीबत किस खेत की मुली है!

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